Phul Ban Kar Kya Zina ek din

Phul Ban Kar Kya Zina ek din


फूल बन के क्या जीना

एक दिन मर जाओगे

अगर जीना ही है तो

पत्थर बन कर जिओ

कभी तरासे जाओगे तो खुदा हो जाओगे


 

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